Raat pe shayari // shayari on raat // raat ki shayari // Raat hindi shayari
ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।
रू-ब-रू उनके चाहत बे-नकाब कर दी।
आने लगी हिचकियां उनके सामने मुझे,
किसकी याद ने ये ख़ामोशी बेताब कर दी। raat shayari
मय-खाना सिर्फ उनकी नज़रों में नहीं है,
उनकी मुस्कुराहट ने शाम शराब कर दी।
वर्षो के इंतज़ार का हुआ मुझ पे ये असर,
एक दिन में जाहिर चाहत बेहिसाब कर दी।
सादगी तेरी पाकीज़गी ने ये क्या किया,
वीरान मेरी रूठी ज़िंदगी मेहराब कर दी। raat hindi shayari
समझ के बेचैनी मेरी रखा जो हाथ दिल पे,
सोच में था मैं और उसने कामयाब कर दी।
उसकी चाहत, कुरबत ने उस से दूर होने के,
ख्याल ने नींद रेहान की बद-ख़्वाब कर दी।

Raat hindi shayari
raat hindi shayari in Hinglish
Dhalti hui raat ne baat khraab kar di
Ru-ba-ru unke chahat be-naqab kar di raat shayari
Aane lagi hichkiya unke saamne mujhe
kiski yaad ne khamoshi betaab kar di
mae-khana sirf unki nazro mein nhi hai
unki muskurahat ne shaam shraab kar di
barso ke intezaar ka hua mujhpe ye asar
ek din mein zahir be-hisaab kar di
saadgi teri pakeezgi ne ye kya kiya
veeran meri ruthi zindagi mehraab kar di
samajh ke be-chaini jo rakha hath dil pe
soch mein tha main aur usne kamyaab kar di raat hindi shayari
uski chahat qurbat ne us se door hone ke
khyaal neneed rehaan ki bad-khvaab kar di

Raat hindi shayari
Also Read :
तेरे हुस्न की तस्वीरों का आखिर …
इंतेजाम सब कर लिए सोने के अब नींद भी आ जाये तो करम होगा।
जिसे बनना ही ना हो आख़िर हमसफ़र किसी का।
क्या सितम है के उन्हें नजरें मिलाना भी नही आता।
Read more raat ki shayari Click here
On Instagram, you can read easily and very quickly Hindi poetry with images.
Drop your comments and ask for your favorite poetry.
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाई ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी। जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो। हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।हमने भी बेशुमार पी है ! नज़रों के […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाई ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी। जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो। […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाई ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी। जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो। […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाई ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी। जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो। हमने […]
[…] ढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने भी बेशुमार पी है ! नज़रों के प्यालों से।तेरे हुस्न की तस्वीरों का आखिर …इंतेजाम सब कर लिए सोने के अब नींद भी आ जाये तो करम होगा।जिसे बनना ही ना हो आख़िर हमसफ़र किसी का। […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाई emotional sad shayariढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
[…] सूफ़ी कलाम सी तेरी परछाईढलती हुई सी रात ने बात ख़राब कर दी।जब मेरा मुंसिफ ही मेरा क़ातिल हो।हमने […]
Aw, this was a very nice post. Taking a few miutes annd actual effort to credate a really good article… but what can I say… I hestate a wholee lot and nedver manage to geet anything done.